हो रयें है,सब मतवारें। सिनेमा ने मोड़ा बिगारे। हो रयें है,सब मतवारें। सिनेमा ने मोड़ा बिगारे।
इस कविता के माध्यम से कवि ने, पुष्प के रूप, में उन अनगिनत, बिना पहचान वाले, बिना समाज की नजरों में आ... इस कविता के माध्यम से कवि ने, पुष्प के रूप, में उन अनगिनत, बिना पहचान वाले, बिना...
नशा कोई भी हो अक्सर बनता है पतन का कारण, इससे दूर रहना ही है एकमात्र निवारण। नशा कोई भी हो अक्सर बनता है पतन का कारण, इससे दूर रहना ही है एकमात्र निवारण।
आशा करता हुँ आप को मेरी पहली कविता पसंद आए। आशा करता हुँ आप को मेरी पहली कविता पसंद आए।
तुम्हें सुनना है अंतस की आवाज़ रखना है ख़ुद पर विश्वास।। तुम्हें सुनना है अंतस की आवाज़ रखना है ख़ुद पर विश्वास।।
कभी सच्चाई को स्वीकार न किया कभी सच्चाई को स्वीकार न किया। कभी सच्चाई को स्वीकार न किया कभी सच्चाई को स्वीकार न किया।